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खाली जगह से
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कहानी खली जगह
से आज का अभी का प्रयास नहीं है। सं 1998 में सूखा नाम से एक कहानी संग्रह रैप प्रकाश द्विवेदी जी ने दिया। जब उस कहानी संग्रह को पूरा पढ़ा तो कहानी खली जगह से ने खास तौर पर प्रभावित किया। यह संग्रह दिल में इतना घर कर गया की मन इससे कभी अलग नहीं हुआ इतने बरसों में न जाने कितनी बार इस कहानी को पढ़ा। अब शून्य इसे प्रस्तुत करने जा रहा है। महत्वपूर्ण बात यह है की कहानी के मंचन के साथ-साथ उसकी प्रेरणा बने राम प्रकाश द्विवेदी जी के व्यक्तव्य का भी शून्य साक्षी बन रहा है।
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